ग्रेटर नोएडा में 6 दिवसीय योग शिविर का भव्य समापन, संकल्प यज्ञ में लिया स्वास्थ्य का संकल्प

ग्रेटर नोएडा में 6 दिवसीय योग शिविर का भव्य समापन, संकल्प यज्ञ में लिया गया स्वास्थ्य और योग को जीवन में अपनाने का संकल्प
स्वामी कर्मवीर जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित शिविर में प्रतिदिन जुटे सैकड़ों लोग, मांगेराम प्रधान ने दिया अगली बार और भव्य आयोजन का भरोसा
ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-1 स्थित मॉर्डन स्कूल में महर्षि पतंजलि इंटरनेशनल योग विद्यापीठ के संस्थापक योगऋषि स्वामी कर्मवीर जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित 6 दिवसीय नि:शुल्क योग शिविर का समापन आज विशेष "संकल्प यज्ञ" के साथ हुआ।
6 दिन चले योग महोत्सव में दिखा अपार उत्साह
शिविर के दौरान प्रतिदिन सुबह क्षेत्र के सैकड़ों लोग जुटे और योगासन, प्राणायाम, ध्यान, योग निद्रा, सूर्य नमस्कार, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधारक मुद्राओं का अभ्यास किया।
स्वामी कर्मवीर जी ने योग के सिद्धांतों पर सरल शब्दों में बात करते हुए बताया कि "योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के संतुलन की साधना है।"
शिविर के हर दिन योग के साथ-साथ जीवनशैली, खानपान, आत्मबल और मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की गई। सात्विक भोजन, अनुशासन, संयम और सकारात्मक सोच को दिनचर्या में शामिल करने पर विशेष बल दिया गया।
संकल्प यज्ञ में लिया गया जीवन बदलने का संकल्प
शिविर के अंतिम दिन आज सभी साधकों ने "संकल्प यज्ञ" में भाग लिया। प्रसिद्ध भजनोपदेशक कुलदीप विद्यार्थी के वेदमंत्रों के साथ यज्ञ सम्पन्न हुआ।
इस यज्ञ में सभी ने आहुति देकर यह संकल्प लिया कि वे योग, ध्यान और सात्विक जीवनशैली को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे, और इस परंपरा को अपने परिवार और समाज में भी आगे बढ़ाएंगे।
स्वामी कर्मवीर जी ने सभी को आशीर्वचन देते हुए कहा, "स्वस्थ तन और शांत मन के लिए योग अमूल्य साधन है, इसे अपनाकर ही जीवन में सच्चा सुख और संतुलन पाया जा सकता है।"
मांगेराम प्रधान का विशेष संदेश
समिति के वरिष्ठ सदस्य मांगेराम आर्य (प्रधान जी) ने कहा, "इस शिविर में क्षेत्रवासियों की भारी भागीदारी और अनुशासन ने यह साबित कर दिया कि समाज अब स्वास्थ्य और योग के प्रति जागरूक हो रहा है। हम अगले साल इस शिविर को और भी बड़े स्तर पर आयोजित करेंगे, ताकि अधिक लोग लाभ उठा सकें।"
समिति और क्षेत्रवासियों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
सतेंद्र नागर आर्यबन्धु ने बताया कि शिविर का हर दिन उत्साह और ऊर्जा से भरा रहा।
बिजेंद्र आर्य ने इसे एक "दिव्य, भव्य और प्रेरणादायक आयोजन" बताया।
प्रसाद की व्यवस्था ग्राम जूनपत के सरपंच परिवार द्वारा की गई, जिनका योगदान सराहनीय रहा।
गणमान्य लोग रहे उपस्थित
समापन यज्ञ में हरिश्चंद्र भाटी, वीरेंद्र डाढा, ओमवीर भाटी, डॉ. महकार खारी, अजीत दौला, सरदार मनजीत सिंह, आलोक नागर, विकास जतन भाटी, धर्मवीर प्रधान, चमन शास्त्री, कमल आर्य सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
जनता की प्रतिक्रिया: "ये शिविर जीवन बदलने वाला अनुभव रहा"
शिविर में शामिल लोगों ने कहा कि यह एक जीवन को दिशा देने वाला अनुभव था। योग से उन्हें आत्मिक शांति और ऊर्जा मिली।
सभी ने आशा जताई कि आने वाले वर्षों में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे।