अफगानिस्तान से दिल्ली तक भूकंप, 6.2 रही तीव्रता

Noida: अफगानिस्तान से लेकर दिल्ली तक की धरती तेज भूकंप के झटकों से हिल गई। अफगानिस्तान के हिन्दुकुश की पहाड़ी में इसका केंद्र था। 6.2 की तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र धरती में 213 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके नोएडा और दिल्ली एनसीआर में भी महसूस किए गए। लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप की वजह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद, रावलपिंडी और भारत में जम्मू-कश्मीर से दिल्ली-एनसीआर तक झटके महसूस किए गए।
वैज्ञानिक का कहना है कि धरती की चार परतें हैं। जिसमें इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट है। क्रस्ट और ऊपरी मेनटल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है। अब यह 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है। ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होतीं। ये लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती हैं तो इनमें आपस में टकराव होता है। कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं। इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिससे इलाके में हलचल होती है। कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते। जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट भी जाती है।