नोएडा में पुल की जगह तय होने पर बनेगा एफएनजी का खाका

नोएडा में पुल की जगह तय होने पर बनेगा एफएनजी का खाका

Noida: हरियाणा पुल बनाने की जगह का चयन कर चिह्नित करेगा। इसके बाद प्राधिकरण एफएनजी का खाका खींचेगा। फरीदाबाद-नोए‌डा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेस-वे के लिए हरियाणा सरकार से मंजूरी मिलने की खबर है। इसके बाद से परियोजना नोएडा क्षेत्र में भी आगे बढ़ने की उम्मीद फिर से जगी है। अब तक यह तय नहीं हो पा रहा था कि फरीदाबाद जाने के लिए यमुना पर पुल कौन सी जगह पर हरियाणा पीडब्ल्यूडी व नोएडा मिलकर बनाएंगे। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे के पास सेक्टर-167 के सामने जहां एफएनजी का काम अधूरा पड़ा है वहां से यमुना तक करीब 5 किलोमीटर की दूरी है। जिसका लेआउट तैयार करवाया जाएगा। फिर प्राधिकरण उस दूरी में एक्सप्रेस-वे निकालने के लिए जमीन लेने का प्रयास किसानों से समझौते के साथ शुरू करेगा।

यमुना पर पुल एफएनजी के लिए सेक्टर-168 मंगरौली के सामने बनाया जाना प्रस्तावित है। नोए‌डा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया, हरियाणा की तरफ अभी परियोजना में बिल्कुल काम नहीं हुआ है और न ही पुल बनाने की जगह चिहिनत की गई है। ऐसे में प्राधिकरण ने काम रोका हुआ था। पुल की जगह बाद में बदलने पर एक्सप्रेस-वे के लेआउट में बदलाव संभव नहीं होगा। एक्सप्रेस-वे से यमुना तक दूरी करीब पांच किलोमीटर है। यहां पर पुल हरियाणा पीडब्ल्यूडी को बनाना है। पुल निर्माण में आधी लागत नोएडा देगा। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि अभी हरियाणा ने परियोजना पर सरकार से मंजूरी मिलने की सूचना नहीं दी है। न ही कोई बैठक प्रस्तावित हुई है। इस परियोजना व पुल निर्माण को लेकर नोएडा प्राधिकरण व हरियाणा पीडब्ल्यूडी की पिछले दिनों कई बैठकें हुई थीं। इसमें मंगरौली के बाद हरियाणा की तरफ तीन विकल्प के साथ लेआउट पर चर्चा हुई थी। पहला विकल्प पुल पार करने के बाद दाहिने तरफ मुड़कर फिर आगे थोड़ा सर्पिल आकार में बाएं ले जाकर एक्सप्रेस-वे की सड़क निकालने का है। दूसरा विकल्प सर्पिल आकार को समाप्त करने का है लेकिन फिर भी पूरी सड़क सीधी नाहीं हो पाएगी। तीसरा विकल्प पुल से सीधे सड़क निकालने का है।

एफनजी के प्रारूप के हिसाब से यमुना पुल के अलावा नोएडा में परियोजना शुरू होने की जगह से कई काम अधूरे हैं। गाजियाबाद की तरफ छिजारसी के सामने 650 मीटर का एलिवेटेड रोड बनाया जाना है। यहां से 3.68 किमी आगे बाएं तरफ सर्विस रोड, दायें तरफ की मुख्य सड़क व सर्विस रोड का काम कुछ मीटर के दायरे में अधूरा है। आगे बढ़ने पर 14.610 किलोमीटर पर एक एलिवेटेड रोड प्रस्तावित है। ये करीब 5.665 किलोमीटर की होगी। अब यहां पर एलिवेटेड के बजाय सड़क बनाने के विकल्प पर भी विचार नोए‌डा प्राधिकरण कर रहा है। डूब क्षेत्र होने के कारण यहां सिंचाई विभाग से मंजूरी अथॉरिटी को लेनी होगी। ये हिस्सा प्राधिकरण के वर्क सर्कल-7 में आएगा। फिर आगे बढ़ने पर 17.335 किमी पर शहदरा और सेक्टर-143 के सामने 200 मीटर मुख्य सड़क और एक तरफ की सर्विस लेन का काम अधूरा है। इससे आगे बढ़ने पर 17.595 किलोमीटर पर नोएडा-ग्रेनो एक्स्प्रेस-वे है। यहां पर अंडरपास बनाया जाना है, सामने तक काम हुआ है। यहां तक कुल दूरी करीब 18 किलोमीटर है। आगे करीब 5 किमी पर यमुना नदी है। इस दूरी में जमीन लेने के साथ ही एक्सप्रेस-वे को भी प्राधिकरण को बनाना है।