शहीद राव उमराव सिंह समेत 84 स्वतंत्रता सेनानियों को दी श्रद्धांजलि

1857 की क्रांति के 84 शहीदों को दी श्रद्धांजलि, मूर्तियों को उचित स्थान दिलाने की उठी आवाज
ग्रेटर नोएडा 10 मई 2025। दादरी कोतवाली के सामने राव उमराव सिंह प्रतिमा स्थल पर शहीद स्मृति संस्थान की ओर से 1857 की आजादी की पहली लड़ाई में बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में लोगों ने मांग उठाई कि नगर पालिका परिषद के दफ्तर में सालों से बंद पड़ी शहीद राव उमराव सिंह की प्रतिमा को सार्वजनिक स्थान पर लगाया जाए।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ठाकुर देवेंद्र खटाना ने कहा कि दादरी क्षेत्र के 84 शहीदों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने मांग की कि राव उमराव सिंह की एक प्रतिमा को दादरी बस अड्डे पर और दूसरी को धूम बाईपास स्थित दादरी के प्रवेश द्वार पर स्थापित किया जाए।
सामाजिक कार्यकर्ता किशनचंद शर्मा ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर जल्द ही शहीद राव उमराव सिंह की दोनों प्रतिमाएं उचित स्थानों पर नहीं लगाई गईं, तो देशभक्त लोग खुद कोई कदम उठाएंगे।
संस्थान के अध्यक्ष राव संजय भाटी ने कहा कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो स्टेशन, पार्क और सड़कों के नाम 1857 के शहीदों के नाम पर रखे जाने चाहिए। साथ ही गौतम बुद्ध नगर जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में शहीदों के नाम और योगदान के साथ शिलापट्ट लगाए जाने चाहिए।
समाजसेवी सुखवीर आर्य ने बताया कि दादरी क्षेत्र के राव रोशन सिंह, राव उमराव सिंह, राव बिशन सिंह, राव भगवंत सिंह (दादरी), फत्ता नंबरदार (चिटहेरा), मजलिस जमीदार (लुहारली), हरदयाल सिंह गहलोत (नंगला समाना), करीम बख्श खान (तिल बेगमपुर), दरियाव सिंह (जुनेदपुर), दानहाय देवटा, हरदेव सिंह (बील), सुलेख (महावड) सहित कुल 84 क्रांतिकारियों को बुलंदशहर के काला आम स्थान पर फांसी दी गई थी। दादरी और आसपास के गांवों को जलाया गया और हजारों लोगों को काला पानी की सजा दी गई, लेकिन आज भी शासन-प्रशासन इन शहीदों को उचित सम्मान नहीं दे रहा है।
इस अवसर पर विजेंद्र नागर, डॉ. सुधीर, संजीव वर्मा, देवराज नागर, भीम सिंह सिरसा, अनीस अहमद, ओमप्रकाश गांधी, रकम राठी, आदेश मायचा, महेश विधूड़ी, श्रीभगत, जितेंद्र भाटी, अहमद भाई, भगत सिंह गढ़ी, अशोक भड़ाना, मोमिन भाई समेत कई गणमान्य लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।