नोएडा एयरपोर्ट निर्माण में देरी, रोजाना जुर्माना भरने की स्थिति

नोएडा एयरपोर्ट निर्माण में देरी, रोजाना जुर्माना भरने की स्थिति

Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट(Noida International Airport) का निर्माण धीमी गति से हो रहा है। इसके लिए कार्यदायी एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हाल ही में हुई बैठक में एयरपोर्ट निर्माण में हो रही देरी पर चर्चा की गई। बैठक में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) के अधिकारियों से इस विषय पर विस्तृत जानकारी ली गई।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट(Noida International Airport) की टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण अभी भी अधूरा है, और इसके लिए टाटा कंपनी को जिम्मेदार ठहराया गया है। अधिकारियों ने यापल से यह स्पष्ट किया कि वाटर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण में हो रही देरी भी चिंता का विषय है। इसके अलावा, अधिकारियों ने 15 मई तक घरेलू उड़ानों के लिए टर्मिनल बिल्डिंग तैयार करने का लक्ष्य रखा है। यापल को कैचअप प्लान देने के लिए कहा गया है ताकि निर्माण में तेजी लाई जा सके और एयरपोर्ट के संचालन में कोई और देरी न हो।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह सामने आया कि टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। हालांकि, स्ट्रील मोल्डिंग में कुछ तकनीकी समस्याएं आ रही हैं, जिससे इसे अप्रैल तक पूरा करना संभव नहीं हो पाएगा। वहीं, रनवे का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है, और अधिकारियों का दावा है कि इसे अप्रैल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा, वाटर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य अभी भी 60 प्रतिशत शेष है। इस प्रकार, निर्माण कार्य में अपेक्षित गति की कमी महसूस की जा रही है।

यापल पर 29 सितंबर 2024 से एयरपोर्ट (Noida International Airport)के संचालन में देरी होने के कारण प्रतिदिन 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है। यदि मई तक एयरपोर्ट(Noida International Airport) संचालन शुरू नहीं होता है, तो यापल को करीब 24 करोड़ रुपये जुर्माने के रूप में जमा करने होंगे। पहली चरण में विमान सेवा के संचालन के लिए 29 सितंबर 2024 की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन एयरपोर्ट निर्माण नियत समय से नहीं हो सका है। इसके अलावा, डीजीसीए से एयरोड्रम लाइसेंस मई के अंत तक मिलने की उम्मीद है। इस लाइसेंस के बिना, विमान सेवाएं शुरू करना संभव नहीं है।

कुल मिलाकर, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट(Noida International Airport) का संचालन अब मई के बाद ही शुरू होने की संभावना है, और निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। अधिकारियों का मानना है कि यदि निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा होता है, तो यह एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डा साबित हो सकता है।