एजेंट भी युवाओं को गुमराह कर भेज रहे थे विदेश, म्यांमार से छूटे बताई पूरी कहानी, STF कर रही पूछताछ

Noida: जॉब के नाम पर लोगों को पहले बैंकॉक और वहां से म्यांमार के म्यावाडी में बंधक बनाकर साइबर ठगी करने वाले के मामले में अब स्थानीय स्तर की एजेंसी की जांच शुरू हो गई है। इस मामले में पुलिस को कुछ ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मिली है जो ऑफिस खोलकर लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर इस ट्रैप में फंसा रहे हैं। एसटीएफ की 64 लोगों से पूछताछ के बाद ऐसे 10 से अधिक लोगों के बारे में जानकारी हुई है।
ये जालसाज विभिन्न तरीके से लोगों से संपर्क करने के साथ कुछ जॉब सर्च साइट पर विज्ञापन देकर टारगेट कर रहे हैं। बता दें कि म्यावाडी में फंसे 500 से अधिक लोगों को देश वापस लाया गया है। पुलिस इस नेटवर्क के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इन युवाओं से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार, इस मामले में विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को इस तरह के जॉब ऑफर को वेरिफाई करने के बाद ही आगे बढ़ने के लिए कहा है। इसमें बताया गया है कि जिस कंपनी का जॉब ऑफर आए उसे पूरी तरह से वेरिफाई करने के बाद ही उसे स्वीकार करें।
इस मामले की जांच में दिल्ली-एनसीआर के साथ पूर्वांचल के कुछ एजेंट के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है। ये एजेंट युवाओं से संपर्क करने के बाद बिना कुछ रुपये लिए जॉब ऑफर करते हैं। यहां तक ही उन्हें जाने की टिकट तक दी जाती है। इससे लोग उन पर विश्वास कर लेते हैं। आरोपियों के ऑफिस भी अच्छी लोकेशन के साथ बेहतर तरीके से डिजाइन होते हैं, जिससे वहां जाने के बाद लोगों को शक भी नहीं होता।