"प्राधिकरण में रिश्वत से तय होती कार्रवाई? सनी यादव के खिलाफ कर्मवीर नागर का बड़ा हमला"

"प्राधिकरण में रिश्वत से तय होती कार्रवाई? सनी यादव के खिलाफ कर्मवीर नागर का बड़ा हमला"

प्राधिकरण में सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ गरजे कर्मवीर नागर प्रमुख 

किसानों के उत्पीड़न और भ्रष्टाचार पर सीधा हमला"

ग्रेटर नोएडा, 30 जून 2025 | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कर्मवीर नागर प्रमुख ने खुलकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्राधिकरण की कार्रवाई मुख्यमंत्री के निर्देश से नहीं, बल्कि अधिकारियों को मिलने वाली रिश्वत से तय होती है।

“जब सनी यादव जैसे अधिकारी रिश्वत लेकर अवैध कॉलोनी बसवा रहे हैं और जेब न भरने वालों की कॉलोनियों को तोड़ा जा रहा है, तब ऐसा विरोध होना स्वाभाविक है।”

कर्मवीर नागर प्रमुख

सीधे तौर पर सनी यादव पर गंभीर आरोप

कर्मवीर नागर ने आरोप लगाया है कि सनी यादव, जो कि मैनेजर पद पर हैं, उन्हें सीनियर मैनेजर का चार्ज देकर चार वर्क सर्किल्स की जिम्मेदारी देना वरिष्ठ अधिकारियों के हकों पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि सनी यादव के संरक्षण में सादुल्लापुर, भनोता जैसे गांवों में अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं और शिकायत करने वालों को “मैनेज” करने के लिए कहा जा रहा है।

यादव सिंह परिवार पर तीखा हमला

कर्मवीर नागर ने सनी यादव के परिवार पर हमला बोलते हुए कहा:

“जिस परिवार के पिता यादव सिंह भ्रष्टाचार में देशभर में कुख्यात हैं, उसी राह पर बेटा भी चल पड़ा है। यह परिवार भ्रष्टाचार में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाना चाहता है क्या?”

उन्होंने कहा कि पहले के ज़माने में परिवार पर लगे कलंक को अगली पीढ़ी मिटाती थी, लेकिन यहां तो अगली पीढ़ी उसे गर्व से निभा रही है।

शासन और मंत्रालय पर भी सवाल

कर्मवीर नागर ने यह भी आरोप लगाया कि सनी यादव को महत्वपूर्ण पदों पर तैनात करने में शासन स्तर से दबाव बनाया गया है। उन्होंने सवाल उठाया:

> “क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उच्च अधिकारी वाकई मजबूर हैं या भ्रष्टाचार में शामिल?”

सोशल मीडिया से लेकर गांव तक गूंज रहा है विरोध

उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि जनता अब प्राधिकरण के हर अधिकारी को शक की निगाह से देखने लगी है, चाहे वो ईमानदार क्यों न हो। सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं और किसानों के आरोपों को देखते हुए उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सनी यादव जैसे अधिकारियों के खिलाफ तत्काल उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

किसानों का मनोबल तोड़ रही है चुप्पी

कर्मवीर नागर ने जनप्रतिनिधियों पर भी निशाना साधा और कहा कि समतल और सहारा सिटी जैसी कॉलोनियों पर कार्रवाई न होना इस बात का प्रमाण है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले जनप्रतिनिधि भी अब खामोश हो गए हैं।