. "फैशन जूलरी और गिफ्टिंग प्रोडक्ट्स का सबसे बड़ा मेला शुरू होगा ग्रेटर नोएडा

इंडियन फैशन जूलरी एंड एक्सेसरीज़ शो 2025: वैश्विक खरीदारों के लिए भारतीय डिजाइन और कारीगरी का अनूठा मंच
ग्रेटर नोएडा।भारत के सबसे बड़े फैशन जूलरी और एक्सेसरीज़ शो आईएफजैस 2025 (IFJAS 2025) का आयोजन 4 से 6 जुलाई 2025 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया जा रहा है। इस शो का आयोजन एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (EPCH) द्वारा किया जा रहा है, जो भारत की हस्तशिल्प विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच देने के लिए जाना जाता है।
फैशन सेंस और नई परिभाषा को मिलेगा मंच
इस बार के आईएफजैस शो की थीम "खास कलेक्शन, सिल्वरक्राफ्ट का नया अंदाज और प्रीमियम गिफ्टिंग" पर केंद्रित है। देशभर के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर, कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु आदि से चयनित डिजाइनर और एक्सपोर्टर्स इस शो में हिस्सा ले रहे हैं। शो में फैशन जूलरी, ऐक्सेसरीज़, कलेक्टेबल्स, गिफ्टिंग आइटम्स और घरेलू सजावटी सामान प्रस्तुत किया जाएगा।
प्रमुख उत्पादों में शामिल होंगे:
ईयररिंग्स, नेकपीसेज, रिंग्स
फैशन और हैंडबैग्स
स्टोल्स, बेल्ट, शॉल्स
डेकोरेटिव आइटम्स
ट्राइबल और ट्रेडिशनल सिल्वर आभूषण
प्रीमियम गिफ्टिंग व होम डेकोर
अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए बना पसंदीदा प्लेटफॉर्म
EPCH के चेयरमैन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि भारतीय फैशन जूलरी की मांग वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रही है। इस शो में अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को भारत की विविधता और कारीगरी को समझने का अवसर मिलेगा। यह शो खास तौर पर हाई-वैल्यू रिटेल बायर्स, डिजाइन स्टूडियोज़, लाइफस्टाइल ब्रांड्स और फैशन चेन स्टोर्स के लिए एक शानदार प्लेटफॉर्म है।
विश्व स्तरीय सुविधाएं और डिजाइन हब भी आकर्षण का केंद्र
IFJAS 2025 में विशेष “डिजाइन हब” की भी स्थापना की गई है, जहाँ युवा और अनुभवी डिजाइनर एक साथ मिलकर नए आइडिया पेश करेंगे। साथ ही “फैशन शोकेस” जैसे लाइव डेमो से भी खरीदारों को डिजाइनों की जीवंत प्रस्तुति देखने को मिलेगी।
प्रमुख विदेशी खरीदारों की भागीदारी
यूएसए, यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, ब्राज़ील सहित 40 से अधिक देशों से खरीदार इस शो में हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही भारत की जानी-मानी रिटेल कंपनियों जैसे टाइटन, वेस्टसाइड, त्रेन्त, जयपुर फैशन, तनिष्क, रिलायंस रिटेल आदि की भी भागीदारी हो रही है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 739 विदेशी खरीदारों की उपस्थिति दर्ज की गई है।
भारत का हस्तशिल्प निर्यात वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 6,123 करोड़ रुपये (3.9% वृद्धि) तक पहुंच गया।
अमेरिका, यूके, जर्मनी, यूएई और ऑस्ट्रेलिया प्रमुख आयातक देश हैं।
EPCH के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया कि यह शो भारत की रचनात्मकता, परंपरा और उद्यमशीलता का जीवंत उदाहरण है, जो न केवल निर्यात को बढ़ावा देगा, बल्कि “मेक इन इंडिया” अभियान को भी मजबूती देगा।